Showing posts with label sachi sexy kahani. Show all posts
Showing posts with label sachi sexy kahani. Show all posts

Tuesday, January 28, 2020

बड़ी भाभी की चुदाई की कहानी सोफे पर


बिच वाली भाभी को चोदते देख बड़ी भाभी ने कैसे जबरदस्त प्लान बनायीं ताकि मेरे मोटे लंड से उनके एक बिता की बुर चुद सके?

दोस्तों जैसे की आपने पढ़ ही चूका होगा की मैं कैसे अपने बिच वाली भाभी को चोदता था, एक दिन उनके गाँड़ में बिना थूक लगाए ही मैं जोर से मार दिया था और वो चीला दी थी आह मम्मी यही आवाज बड़ी भाभी सुन ली थी और छत के सीढ़ी पे आकर देख चुकी थी।

बड़ी भाभी का नाम अंजलि है वो करीब पैंतीस साल की मस्त बॉडी फिगर वाली टंच गोरी माल हैं, वो लम्बी और मोटी हैं उनकी चूतड़ की साइज भी बहुत बड़ी हैं बिच वाली भाभी से दुगुना साइज होगी।

मैं अक्सर भरी दोपहरी धुप में उनके ही कमरे में सोया करता था भैया काम से इधर उधर ही रहा करते थे उनका एक बच्चा था था पांच साल का वो भी कभी कभी बिच वाली भाभी  उनके कमरे म था, एक दिन मैं उनके कमरे में गया सोने के लिए क्युकी उनकी कमरे का कूलर आवाज नहीं करता था मैं बड़े आराम से सोता था, उस जैसे ही मैं अंदर गया देखा भाभी नाइटी पहन कर सोयी थी, वो करवट सोई थी और उनके चूतड़ तक नाइटी ऊपर चला गया था उनका, मैं सन्न रह गया, इनका तो गाँड़ बड़े बड़े चूतड़ों के बिच में कूलर का हवा खा रहा हैं इससे पहले मैं कभी बड़ी भाभी को छोड़ने का नहीं सोचा था पर उस दिन मेरा मन कुछ कुछ हुआ की मैं इनके बड़े चूतड़ वाली गाँड़ का भी स्वाद लूँ।

मैं थोड़ी देर उनका गोरा गोरा चूतड़ और जांघ का पिछले हिस्सा निहारता रहा फिर बगल में जाकर लेट गया, पांच मिनट बिता होगा भाभी ने सीधा होते हुए अपना एक टांग मेरे ऊपर फेक दी, मैं अपना सर धिरे से उठाकर देखा उनका दोनों जांघ साफ दिखा बिच वाली भाभी से इनका जांघ थोड़ा मोटा था हल्का हल्का इनके बुर के बाल भी दिख रहे थे पर ये क्या? मैं जैसे ही उनके चहरे के तरफ नजर घुमाया वो आधी आंख बंद किये मुस्कुरा रही थीं, मैं झट से उनका पैर अपने ऊपर से हटा दिया और लेट गया।

भाभी मेरे तरफ घूमते हुए बोली क्यों रेखा जैसी मस्त नहीं हूँ? मेरी तो फट गयी मैं सोचा ये कैसे जानती हैं, फिर मैं भाभी बोलकर चुप हो गया, मैं जैसे ही कुछ बोलता या वहां से उठाकर जाता वो बोल पड़ी मैं सब जानती हूँ ,  बोल प् रहा था, वो मेरा हाफ पैंट हटाकर मेरा लंड देखि और हँसने लगी वोह इसलिए रेखा आह  आह करती है आपका तो लंड आपके भइया से भी बड़ा है और मोटा तो उनसे दुगुना ही होगा मैं चुप चाप शरमाते सुन रहा था डर भी लग रहा था की पता नहीं क्या होने वाला हैं तभी वो बोली की रुकिए  इसको बड़ा करके देखती हु जरा और हाथ से धीरे धीरे मसलने लगी।

मेरा लण्ड कुछ देर में तन कर फुफकारने लगा उस दिन लगा की रोज ही ज्यादा बड़ा हो गया था और टाइट भी, भाभी मुस्कुरा रही थीं और बोल रही थी सच में मुझे तो पा भी नहीं था की इतना बड़ा लंड आपका है और आप चोदने में भी माहिर हैं ये तो आपने भइया डेढ़ गुना बड़ा लण्ड है, आप घबराये मत मैं भी आपकी भाभी हु एक बार मुझे भी अपने मोटे लण्ड का मजा खिलाईये यदि आप मेरे से चीख निकलवा देंगे तो मैं आपको बहुत बड़ी इनाम दूंगी जो अपने कभी सोचा भी नहीं होगा और जब चाहेंगे तब मैं अपने सामान का मजा भी देती रहूंगी , मैं कुछ नहीं बोल रहा पर मन ही मन सोच रहा था की कास इनको भी चोदने को मिलता तो बड़ा मजा आता।

भाभी बोली भइया बोल दूँ क्या ये सब और हँसने लगी भाभी थोड़ा गुसैल थी मैं सोचा कहीं ऐसा हो न जाये मेरे मुँह से निकल गया गया ठीक है करवा लीजिये, वो बोली ओके ओके मैं मजाक कर रही थी मैं किसी  से नहीं बोलूंगी  डियर हाहाहाहा करके हंसने लगी और सीधी लेट अपना पूरा नाइटी ऊपर कर इसारा करी अपने चूँची पर, उनका चूँची अभी मस्त था और निपल बड़े बड़े गुलबी काले टाइप के थे, मैं उनका चूँची दबाने लगा वो अपना हाथ ऊपर कक्रके मेरा सर पकड़ लिया और निचे करते हुए अपने चूचियों पर सटा दिया मैं उनका चुची पिने लगा बिच वाली भाभी से बड़ा होने कारन मुझे ज्यादा मजा आ रहा था मैं खुद दबा दबा कर उनका दोनों चुची चूसा वो मेरा टीशर्ट निकलने लगी तो मैं खुद ही सबकुछ निकल दिया |

फिर भाभी ने खुद ही उठकर सोफे पर चली गई और मुझे वही आने का इशारा करके मुस्कुरा दी, मैं वह से उठा और पलंग से निचे उतरा मेरी नजर जैसे ही सोफे पर पड़ी मैं दंग रह गया, भाभी सोफे पर डॉगी स्टाइल में घोड़ी बनी पड़ी थी उनका दोनों चूतड़ के बिच में उनका बुर एकदम साफ दिख रहा था, मैं उनका मस्त गाँड़ और बुर देखकर पागल हो गया और अपना लंड हाथ से सहलाते हुए उनके बुर के छेद पर लेजाकर फिट कर दिया, मैं जैसे ही धके लकाना शुरू करता उससे पहले भाभी ही पीछे की तरफ अपना चूतड़ धकेली मेरा लण्ड आधा घुस गया वो धीरे धीरे हिलाने लगी उनका चूतड़ कभी आगे कभी पीछे होने लगा मैं चुप चाप अपना बॉडी टाइट किये एक पैर सोफे पर और एक पैर निचे ही रखे देख रहा था, कुछ ऐसे ही चुदवाने के बाद भाभी बोली अब आप धका मार मार चोदिये। 

मैं उनका दोनों चूतड़ पकड़ कर चोदने लगा लगातार आगे पीछे लण्ड उनके बुर में अंदर बहार हो रहा था वो मस्ती में चुद्वाए जा रही थी मेरे साथ साथ भाभी भी अपना चूतड़ आगे पीछे कर रही थी मुझे बहुत मजा आने लगा था रेखा भाभी ऐसे करके नहीं चुदवाती थीं तभी मेरे मन में आया शर्माने से काम नहीं चलेगा मैं भी कुलके चोदू और अंजली भाभी का मजा लूँ,

मैं उनको कसकर पकड़ लिया और खूब जोर लगाके धका मार दिया भाभी आह करके आगे सोफे पर गिर गई मेरा लण्ड निकल गया वो सी सी करके साँस लेने लगी, फिर उसी पोजीसन में आ गयी मैं दोबारा तेज झटके से उनके बुर में लण्ड घूसेड़ दिया वो फिर आगे बढ़ गयी पर इस बार लण्ड बाहर नहीं निकला और मैं तुरंत ही जोरदार धका मारा उनके मुँह से आह निकल गया और वो बैठ गयी थोड़ी देर बाद मेरे लण्ड के तरफ देखि और सर पकड़ ली, मेरा लण्ड एकदम बमबमाये हुए मस्त खड़ा था, वो बोली ये पहले से भी बड़ा हो गया और लण्ड को पकड़ ली काश इतना तगड़ा लण्ड गोलू के पापा का भी होता हे भगवान कितना मोटा हो गया है अब मैं भी हमेशा चुदवाउंगी इसीलिए न रेखा चुदवाती हैं कितना ामजा आता होगा उसको, फिर वो उसी पोजीसन में चुदवायी और फिर मुझे सोफे पर बैठा दिया और खुद ही ऊपर से आकर अपना बुर में मेला लण्ड घुसकर अपना चूतड़ ऊपर निचे करने लगी मैंने अपने लाइफ में ऐसे नहीं माल मारा था ये मेरे साथ पहली बार हो रहा था मुझे बहुत मजा आ रहा था,

उसके बाद भाभी खुद ही सोफे पर लेट गयी और मुझे ऊपर से चोदने को बोली मैं उनका फैला हुआ पैर के बिच में हलकी सी फैली हुयी बुर देखकर पागल हो गया तुरंत ही उनके बुर के मुँह पर लण्ड लगाके हच से धका मर दिया मेरा लंड घप से उनके बुर में समा गया वो धीरे से कराह दी उह सियाहाआअह धीरे धीरे चोदिये पर मैं अब कुछ नहीं सुन रहा था और घपाघप चोदने लगा सट सट आह उँह हियई सीईई च च च की आवाज होने लगी अब वो कुछ नहीं बोल रही थी और मैं घच घच मार रहा था उनके बुर में थोड़ी देर बाद उनका गिफ्ट वाली बाद याद आया और मैं मुस्कुरा दिया वो मुझे आश्चर्य से देख रही थी वो भी मुस्कुरानी चाही पर आह कर दी मैं रुक गया वो तेज तेज साँस लेने लगी फिर बोली क्यों हंस रहे हैं मैं बोला मैं जित गया आपका चीख निकल दिया है। भाभी बोली हाँ ये तो हैं मैं जरूर आपको मजे दिलवाऊंगी फिर पता नहीं क्या छोचने लगी तभी झट बोली गाँड़ मारने आता है मैं मुस्कुराया और ना बोल दिया, फिर वो बोली तो अब गाँड़ में घुसाइये मैं सुनते ही झट से उसी पोज में उनके गाँड़ के मुँह पर रखकर पूरा लण्ड घुसेड़ दिया भाभी बस आह करके रो दी मैं रुक गया फिर वो कुछ नहीं बोली तो मैं पेलना शुरू कर दिया अंजलि भाभी का गाँड़ रेखा भाभी
के गाँड़ से होंडा टीला था अब आराम से पूरा लंड उनके गांड में घुसकर उनको मजा दे रहा था और मैं भी पकस पकस उनके गाँड़ में पेल रहा था फिर मैं झड़ गया और भाभी बिना झड़ी ही रह गयी पर बोली कोई बात नहीं मेरा बुर बहुत दुख रही है दूसरे दिन अब।

इसी तरह सात आठ बार खूब चोदा कोई न कोई भाभी का बुर डेली मिल जाता था और एक दिन सच में वो बारी आ गयी इनाम की जो मैं कभी नहीं ऐसा आनंद लिया था ये आगे बताऊंगा। ...


Thursday, January 23, 2020

बगल वाली फ्लैट की कमशीन लड़की की चुदाई। चौदह साल की कुआंरी माल थी।


इतनी मस्त माल आखिर मेरे से ही कैसे चुदवा ली?

मेरी सच्ची घटना...

मैं जब भी अपने गैलरी में निकलता तब कभी कभी वो दिख जाती थी पर मैं कभी ध्यान नहीं देता था क्योंकि वो बहुत छोटी लड़की थी| उसकी उम्र शायद तेरह या चौदह साल की होगी, सब उसे मिनी मिनी कहकर बुलाते थे। उसका रंग लाल वाली गोरी और शरीर ऐसा था जैसे उन्नीस बीस साल की लड़की हो, चेहरा बॉलीवुड की हेरोइन नेहा शर्मा जैसी थी, देखमें में तो एकदम मस्त लगती थी पर मैं कभी नहीं सोचा था की उसको चोदने को मिलेगा। उसके पापा बैंक मैनेजर थे और उसकी मम्मी प्राइवेट स्कूल में टीचर थी। एक उसका पाँच छे साल का छोटा भाई भी था जिससे मैं कभी कभी बात किया करता था। 

मेरी उम्र सताइश साल की है मै एक MNC कंपनी में जॉब करता हूँ। एक दिन शनिवार को मैं बाहर जा रहा था तो अचानक उसके फ्लैट का दरवाजा खुला और वो नंगी ही अपने छोटे भाई को लेकर उस तरफ से इस तरफ जा रही थी अचानक मै देख लिया, उसका भी नजर मिला शायद वो नहाने जा रही होगी, मै जब सीढ़ी उतर रहा था तो दरवाजा बंद होने की आवाज आयी।  मै सोचने लगा कितनी मस्त है मिनी।  उस दिन जब कहीं दिख जाती थी मैं उसको जरूर धयान से देखता था, कुछ दिन बाद मुझे एहसास हुआ की वो भी मुझे गैलरी से देखती रहती है पर मैं जब उसके तरफ देखता था वो मुँह उधर कर लेती थी। मैं अपने खिड़की से देखता था चोरी चोरी उसके गैलरी के तरफ वो मुझे शायद ढूंढती भी थी इधर देख देख और मैं जब अपने गैलरी में निकलता था तब वो उधर देखने लगती थी।

एक मैरी क्रिश्मस का दिन था मैं ऑफिस से जल्दी गया था और मेरे पास तीन चार चॉकलेट बचा था, मैं सोच रहा था की उसको दे दूँ पर कैसे दूँ ? मै बार बार उसके गैलरी के तरफ जाता पर वो दिखती नहीं, तभी वो निचे से आती दिखी वो टीशर्ट-पैंट पहनी थी बाल खुले और बिखरे थे दोनों तरफ बिच में लाल लाल फेस  एकदम मस्त लड़की थी।  मैं झट से वो सारा चॉकलेट लेकर बाहार गया, वो सीढ़ी से जैसे ही ऊपर आयी और अपने फ्लैट में जाने के लिए मुड़ने लगी तभी मैंने उसको चॉकलेट देते हुए बोला। . ये लो मिनी मेरे पास काफी बचा था, वो मुस्कुराते हुए थैंक यू कह कर चली गई।

अब हम दोनों रोज रोज लाइन मरने लगे, वो जब हंसती थी और अपना होंठ टेढ़ा करके प्लाइंग किस करती थी वो मै उसको देखते रह जाता था और सोचने लग जाता था की उससे कैसे मिलें। एक दिन स्कूल जाते समय सबसे निचे वाले फ्लोर के सीढ़ी पर मिल गयी मै दूध लेकर रहा था।  वो देखते ही मुस्कराने लगी मैं उसको एक हाथ से चाँप कर उसका बाल संवारते हुए उसके होंठ पर किस कर लिया और पूछा मिलोगी नहीं? वो बोली कहाँ? और तेजी से निचे उतर गयी।

मैं उस दिन ऑफिस नहीं गया और उसके स्कुल से आने का इंतजार करने लगा। गैलरी से देख रहा था जब उसके आने का टाइम हो गया।  थोड़ी देर में वो एक लड़की के साथ आते दिखी वो उससे बड़ी थी शायद वो टेंथ कलास की लड़की हो, दोनों ने ऊपर देखकर मुस्कुराया मैं समझ गया ये उससे कुछ जरूर बताई होगी। वो लड़की मेरे बगल वाली बिल्डिंग में कभी कभी दिख जाती थी। मैं निचे जाने लगा वो धीरे धीरे ऊपर रही थी मैं जाते ही उसके किस करने लगा और उसका चूँची दबाने लगा, उसका चूँची बहुत बड़ी बड़ी और टाइट टाइट थी।  मैं उसका फ़ोन नंबर माँगा तो मना कर दी और मेरा मांगी मैंने उसके कॉपी में अपना नंबर लिख दिया।

दो दिन के बाद वो करीब तीन बजे कॉल की मैं ऑफिस से बहार निकला और बात करने लगा, बहुत कुछ बात किया फिर मिलने को बोला तो वो बोली कहाँ मिल सकती हु कोई जान गया तो।  मैं बोला मेरे रूम में जाओ कोई नहीं जानेगा वो बोली कोई आपके रूम में जाते देख लेगा तो आप ही आइये मेरे रूम में मैं जब स्कुल से आती हूँ तो दाई मा घर चली जाती हैं शाम तक के लिए और मेरा छोटा भाई सोया रहता है अक्सर मम्मी पापा साम में ही आते हैं, मैं बोला अच्छा देखता हूँ। पर वास्तव में मैं उसके घर जाने में डरता था मैं सोचता था वो ही घर पर आये।

अगले दिन उसके मम्मी पापा दो दिन के लिए देहरादून जा रहे थे वो बताई की मैं और मेरी फ्रेंड रात में रहेंगे बस आप जाना नाइट में ही मैंने बोला ठीक है।
रात को दस बजे कॉल की मैं अपने रूम से निकला तो वो दरवाजे पर खड़ी थी , मैं इधर उधर देखा और अपना कमरा बंद किया और चल दिया, जैसे ही उसके घर में प्रवेश किया वो अपने कमरे में ले गयी, उसकी फ्रेंड हॉल में टीवी देख रही थी।  खाना खा लिया आपने पूछते ही वो बेड पर बैठ कर मुस्काने लगी मैंने कहा हाँ , घबराइए मत बैठिये मानसी मम्मी के कमरे में सो जाएगी आपको यहीं रहना है भोर में चले जाइएगा।

मैं उसके बेड पर बैठते ही उसके गाल और होंठ चूमने लगा और बूब्स चूँची दबाने लगा थोड़ी दे बाद दोनों लेट गए मैं उसको खिसकाकर ऊपर ले गया तकिये के पास और उसका टीशर्ट खोल दिया वो होवाइट कलर की टेप पहनी थीमैं उसके नुचे से हाथ लगाकर चूँकि मिसने लगा, थोड़ी देर बाद उसका टेप उतार दिया और गोल गोल चूँची दबाते हुए मुँह में लेकर चूसने लगा थोड़ी देर बाद उसका पैंट उतार दिया वो ब्लैक कलर की पैंटी पहनी थी उसका जांघ चिकनी चिकनी गोरी गोरी मस्त थी, मैं तुरंत उठा और अपना कपडा उतार दिया बस चढी पहना था वो सामने लेती पैंटी पहने नंगी परी जैसी दिख रही थी मैं उसके ऊपर लेट कर दोनों चूँची बारी बारी से चूसने लगा और अपने जीभ से दोनों नेपल को सहलाने लगा, अब मेरा लंड कच्छा में इतना तन गया था की जैसे कच्छा फाड़ देगा।

मैं उसका पैंटी उतरना चाहा जैसे ही हाथ बढ़ाया वो खुद ही अपना कमर उठाकर खोल दि, मैंने जैसे ही उसका बुर (चूत) देखा मैं पागल सा हो गया मैं अनमैरिड था और तीन चार लड़कियों को चोद चूका था पर इसके जैसी लड़की नहीं देखा था अब तक। मैं पांच फिट सात इंच का हूँ और मेरा लंड लगभग साढ़े पांच इंच का होगा पर बचपन से ही थोड़ा ज्यादा मोटा था। उसके बुर (चूत) पर हल्का हलका काले रंग के बाल थे मैं बैठ कर सामने गया और उसका दोनों पैर फैला दिया तो दोनों जांघों के बिच में उसका गुलाबी बुर (चूत) हल्का गिला गिला सा दिख रहा था मैं ऊँगली से उसके बुर को सहलाया और दोनों हाथों से बा कर फैलाकर देखा उसका चुत पानी छोड़ चूका था एक बार उसके बीचोबीच ऊँगली से सहलाया और अपना दोनों पैर उसके दोनों जांघों के बिच में रखकर ऊपर से चढ़ गया, वो जोर जोर से साँस ले रही थी , मैं अपना लंड निकालने लगा तो वो तकिये पर सर रखी देख रही थी जब पूरा लंड निकल कर बाहर आया तो आँखे बंद कर ली, उसका छाती ऊपर निचे होने लगा मैं धीरे से

पूछा क्या हुआ मिनी वो कुछ नहीं बोली मैं अपना लंड अपने मुठी में लेकर उसके बुर (चूत) पर रगड़ने लगा और कभी कभी उसके अंदर घुसाने का भी पायस करने लगा मेरा लंड का आगे का भाग मेरे लंड के मोटाई से ज्यादा बड़ा हैं जल्दी घुसता नहीं हैं बुर बहुत गीली हो तब जाता है वो भी बहुत जोर से दबाने पर, अब मैं हलका लेट कर उसके बुर (चूत) के अंदर घुसाने जा रहा था अभी याद आया की गोल्डी को चोदा था तो उसके बेडसीट गन्दा हो गया था खून से हमलोग मुश्किल में पड़ गए थेवैसा इसके साथ हो, पता नहीं इसका सील टुटा है की नहीं।  मैं उससे पूछा निचे कुछ बिछाने के लिए नहीं है ये गन्दा हो जायेगा तो? दाई मा धो देगी बोलते हुए आँखे खोल ली , मुझे लगा ये नहीं जानती है शायद और मैं अपना बनियान उठाया बगल से और निचे लगा दिया वो कुछ नहीं बोली बस थोड़ी मुस्कुराते हुए अपना सर पिट ली।

मैं उसका दोनों पैर ऊपर उठा कर जांघों को फैला दिया मेरा लंड एकदम खड़ा होकर धीरे धीरे हिल रहा था मैं मुठी में पकड़ा और दो तीन बार निचे ऊपर सहलाया वोफिर आँखे बंद कर ली मैं उसके बुर (चूत) के बिल छेद के बीचोबीच रखकर दबाया अंदर की तरफ पर थोड़ा भी नहीं घुसा उसका पूरा बुर ढँक लिया था मैंने उसके मुँह के तरफ देखा वो आंखे बंद किये जोर जोर से साँस ले रहि थी, मैं तुरंत थोड़ा थूक हाथ में लिया और अपने लंड के सुपाड़े पर चारो तरफ गोल मुँह पर लगाया पहले से गिला था इसलिए हो गया नहीतो कभी कभी जब मैं मुठ मरते समय लगा हूँ तो दो तीन बार थूक लगाना पड़ता है तब गिला होता है क्युकी लंड के मोटा होने के साथ साथ इसका सुपाड़ा भी बहुत बड़ा है, मैंने दोबारा थोड़ा थूक लिया और उसके छुट में लगा दिया फिर उसके छेद को फैलाकर उसके बिच में लंड रखकर घुसाने लगा जोर अंदर की तरफ दबाया वो सीईई करके थोड़ा ऊपर खिसक गयी, मैं अपना घुटना थोड़ा आगे खिसकाकर फिर उसके बुर पर अंगुली फिराया और उसके पेट पर चुमते हुए सोचा की इस बार घुसा ही दूंगा।

मैं दोबारा थूक लगाया और छूत फैला कर फिर लंड लगाया और एक बार थोड़ा जोर से धका मारा वो फिर खिसक गई मेरा लंड उसके बुर को ठेलते हुए आगे चला गया मैं तुरंत ही फिर थोड़ा झटके से मारा उसका शिर पलंग में टिक गया था अब वो ऊपर नहीं खिसक सकती थी मेरा लंड एकदम लोहे के रॉड जैसा सख्त हो गया था मैं इस बार थोड़ा झटका देते हुए जोर से धका मारा पर थोड़ा जाने जाने को होकर रह गया वो उईईई सीईई करके काँपने लगी मै थोड़ी देर शांत हो गया और उसको चूमने चाटने लगा बाहर से टीवी की आवाज रही थी अचानक वो धीरे से बोली फैन चालू कर दीजिये आपके बगल में स्वीच है, मैं ऊपर की तरफ उठते हुए बैठा और हाथ बढाकर दिवार से लगी स्विच ऑन कर दिया और झट उसके पैरों को ऊपर किया और फैला कर अपना लंड उसके बुर (चूत) पर लगरते हुए खूब जोर से धका मारा वो अपना मुँह दबाकर उम्म्ह सीईई और मेरा लंड फिसल गया पर इस बार लगा की अब घुस जायेगा बुर तो काफी गीली थी पर मैं लंड उसके चुत पर लगाता था उसका पूरा बुर मेरे लंड के मुँह से ढक जाता था, वो कभी चुदाई नहीं थी और अभी कमशीन थी मैंने जल्दी से थोड़ा थूक लगाया और उसको एक हाथ गरदन में हाथ डालकर पकड़ा और दूसरे हाथ से अपने लंड को जोर से मुठी में पकड़ा ताकि छटक जाये और उसके चुत छेद के बिच में रखकर पूरा जोर से धका मारा इस बार जोर से चीला दी आँख खोलकर आह मम्मी उम्म हुम्म हुम्म और रोने लगी मैं जहाँ से मुठी में पकड़ा था वहां तक लंड अंदर चला गया था मैं उसका होठ मुँह में लेकर चूसने लगा वो दोनों हाथों से मुझे जकड़ ली थी और उम्म्म उम्म्म की आवाज रही थी मैं अपना घुटना थोड़ा आगे किया और अपना मुठी खोलकर उसका बाल सहलाते हुए अपना मुँह हटाकर उसका मुँह हाथ से दबा दिया और बिना आव ताव देखे दोबारा झटका मारा मेरा लण्ड लगभग पूरा अंदर घुस चूका था और मैं दबाये रखा ताकि बहार निकले क्युकी वो अब दोनों हाथों से मुझे धकेल कर हटाना चाह रही थी फुटकर रोने लगी दो तीन बार गुसाते हुए बोली निकालो निकालो ना आएंएन हम्म हम्म और निकालने का प्रयास करने लगी और छटपटाने लगी, मैं थोड़ा डर गया फिर सोचा की निकाल लूंगा तो शायद फिर अंदर जाने नहीं देगी इसलिए पकड़ के दबाये रखा और बोला अब हो गया मिनी बस अब नहीं दर्द होगा बस थोड़ा सा बर्दास्त करो और थोड़ा सा लंड बहार की तरफ खींच लिया वो छटपटाना बंद कर दी पर मुझे ठेले रखी थी मैं थोड़ी देर रुक गया और प्यार से उसको बालों और चेहरे को सहलाने के बाद चूँचियाँ दबाने लगा धीरे धीरे खूब मुँह लेकर पिया उसका ऊपर उठाया हुआ पैर फैलाये हुए ही निचे कर दिया वो अब धीरे धीरे सिसक सिसक कर रो रही थी और आश्चर्य से मुझे देख रही थी अचानक टीवी का आवाज बंद हो गयी हमदोनों बिकुल शांत हो गए फिर आवाज आयी मिनी मिनी, मिनी कुछ नहीं बोली चुप चाप मेरा मुँह ताक रही थी शायद उसकी फ्रेंड अब सोने जा रही होगी, कुछ देर बाद मैं धीरे धीरे लंड ऊपर निचे करने का कोशिश करने लगा वो सीई सीईई सीई चच वोह आह करने लगी मैं धीरे धीरे तेज करते जा रहा था कुछ देर बाद मैं पूरा अंदर बाहर करने लगा पर जोर जोर से झटका नहीं मार पा रहा था वो बार बार अपने हाथ से धकेलने लगती थी मैं उतना ही पर खूब रगड़ रगड़ चोद रहा था वो बस सी सी कर चुदवा रही थी कुछ देर बाद शांत हो गयी मैं पूरा लौड़ा ऊपर निचे कर चोद रहा था पर पूरा नहीं निकल रहा था कि शायद फिर घुसाने में रोने लगेगी, फिर उसने थोड़ा कमर उचकाई मैं सोचा वो झड़ने वाली हैं मैं जोर जोर से ढका मरने लगा तो फिर सी सी करने लगी मैं धीरे कर दिया और चोदता रहा वो थोड़ी ढीली गयी और लंड भी सरकने लगा आराम से मैं धीरे धीरे पूरा लंड घुसा घुसा कर छोड़ने लगा शायद वो झड़ गयी थी वो बोली अब निकालो यार मेरा पैर दर्द करने लगा मैं पहली बार उसके मुँह से यार सुना था बहुत अच्छा लगा वो बहुत प्यारी लग रही थी फिर मैंने कहा ठीक है थोड़ी देर बस और करूँगा थोड़ा रुको बस पर मानी ही नहीं बोली पैर अकड़ रहा है प्लीज मैं बोला ठीक है उल्टा लेट जाओ और मैं अपना लंड निकालने लगा तो वो बोली वो माई गॉड उसको बड़ा लंड सरसराते हुए बाहर आना महशुस हुआ होगा मैं जैसे ही बैठा मेरी नजर उसके बुर (चूत) पड़ी उसका बुर चारो तरफ से खून से सना था मैं झट निचे कपडा लगाए हुए ठीक किया हलका सा बेडसीट गन्दा हो गया था, मैं दर गया की वो अपने बुर को देखे नहीं तो मेरा लंड ऐसे ही तवां जायेगा और उसको उल्टा करवट करके बनियान ठीक किया और फिर अपने लंड पर थूक लगाया अपर इस बार सुख गया था इसलिए दोबारा लगाया और उसके बुर पर भी लगाया वो एकदम उल्टा लेट गयी थी उसका चूतड़ ऊपर की तरफ तना हुआ था जैसे मेरे से बोल रहा है की जोर जोर से धाका मत मरना मेरे ऊपर प्लीज मैं हल्का सा उसका सहलाते हुए उसका गाँड़ देखने का कोशिश किया इतना सूंदर मस्त गाँड़ छेद गुलाबी गुलाबी मन तो किया की इसका गाँड़ ही पेलूं पर सोचा फट जायेगा आज नहीं दूसरे दिन मरूंगा। हल्का सा चुतर ऊपर करके बुर में लौंडा घुसाने लगा तो थोड़ा सर्कि ऊपर की तरफ मैं बोलै थोड़ा सा बस बर्दास्त करो प्लीज और अपना लंड सहला के
घुसा दिया और चोदने लगा वो थोड़ा चूतड़ इधर तो कभी उधर हिलाती रही और मैं मजे से माल मार रहा था कुछ देर में मैं झड़ने लगा तो जोर से झटका मार दबाकर हिलने लगा वो फिर एक बार रो दी आह मम्मी ही ही ही हम्म और मैं झड़ गया और तुरंत लंड बाहर करके उसको चुप करा दिया डर था कहीं इसकी फ्रेंड जगी होगी तो सुन लेगी फिर उसका बुर (चूत) उसी कपड़े से साफ किया जो निचे बिछाया था अचानक उसके छेद के निचले भाग के फटे हुए हिस्से पर पड़ी उसका चुत फट गया था उसको कुछ नहीं मालूम था मैं अपना लंड साफ किया और कपडा फेक दिया बेड के निचे मैं मिनी की गाँड़ भी मारा एक दिन वो किसी और दिन बताऊंगा और उसकी फ्रेंड मानसी जो मिनी से बड़ी और तगड़ी माल दस कलास की लड़की की चुदाई और इसके साथ साथ इसके भाभी की चुदाई की कहानी भी  जरूर पढ़िए।