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Friday, January 31, 2020

दस कलास की लड़की की चुदाई।

मानसी उस दिन मिनी को चोदते देख ली थी दरवाजा बंद नहीं था वो परदे के पीछे से सब देख ली थी उसी दिन से मेरा मोटा लण्ड लेने के लिए तक में थी। 
                                     

मानसी टेंथ कलस में पढ़ती थी वो एकदम मस्त पतली लम्बी और गोरी थी उसका फेस सोनम कपूर जैसा था लेकिन मुझे ये नहीं पता था की वो इतनी चुदकड़ लड़की है निकलेगी। 

जब से मिनी को चोदते देखि थी तब से वो मुझे लाइन मरती थी, वो बगल वाली बिल्डिंग में अपने भैया भाभी के साथ रहती थी, एक दिन वो फ़ोन नंबर मांगी मैं उसे इसरा करके दे दिया उसने बात चित करना शुरू कर दी मुझे दर लगता था की ये मिनी से कहे न पर वो नहीं कही और सब खुल के बात करती थी हमलोग देर रत तक फ़ोन पर बात करते रहते थे सब कुछ फोन पर ही हो जाता था यानि वो फोन पे ही चुदवाती थी मैं, सब कुछ ओपनली बात करती थी.

एक दिन उसकी भाभी की ननद की इंगेजमेंट थी तो उस दिन मानसी के भैया भाभी वही गए थे अचानक मैं बात करते करते बोला की काश अगर रियाल में तुम अभी मिल जाती तो तेरी बुर मर कर फाड़ देता, वो बोली ओह माय गॉड आपका लण्ड किनता बड़ा है मैं डर गयी थी की मिनी का क्या होगा पर वो चुड़ैल पूरा झेल गयी, और हाहाहा हंसने लगी मैं बोला अच्छा ठीक हैं चलो अब घोड़ी बनो घुसाता हूँ वो बोली ठीक हैं यदि रियल में घुसना है तो आईये मेरे यहाँ कोई नहीं है मैं सच ो फिर सब बताई , मेरा मूड पहले से गरम था तुरंत चल दिया उसके बिल्डिंग में लिफ्ट लगा हुआ था वो छठी फ्लोर पर रहती थी मैं वहां पंहुचा तो खड़ी थी अपने फ्लैट के सामने , फिर हमदनो अंदर आ गए उसका फ़्लैट मस्त था वो जाकर सोफे पर बैठ गयी और मैं खड़ा देखने लगा, वो दरवाजा बंद करके फिर बैठते हुए बोली चलिए दिखाइए तो कितना बड़ा है, मैं भी देर नहीं करना चाहता था तुरंत हाथ डालकर निकला तो देखकर हंसने लगी क्युकी मेरा लण्ड मुरझा गया था,

मैं बोला चलो कपड़े उतारो मुझे लगा वो आनाकानी करेगी पर जैसे ही मैं बोला तुरंत ही कपडा उतर दी, मानसी बहुत फ्रैंक लड़की थी वो थोड़ी सी भी शर्माती नहीं थी,

                                     

मैं उसके साथ सोफे पर बैठ गया और उसका चूची दबाने लगा उसका चूँची छटा छोटा पर एकदम मस्त था मैं खूब दबाया और मुँह में लेकर चूसा भी फिर मैं उसके जांघों को सहलाते सहलाते उसके बुर में ऊँगली लगा दी वो कुछ नहीं बोली बस चुप चाप देख रही थी मैंने उसके उसके बुर पर किस किया और फिर उसके बुल को देखने लगा , मानसी बुर का बाल क्लीन रखी थी उसकी बुर गोल और बड़ी थी मेरा तो मन हुआ की एकदम से पेल हु दूँ पर मैं पर मैं उसको अपना लण्ड चुसवाना चाहता था क्युकी फ़ोन पर अकसर चूसा करती थी,

मैं उसका स्मार्टनेस देखकर उसके मुँह में ही पेलने का मन बना लिया, मेरे इशारा करते ही मानसी झट बैठ गई और मेरा लण्ड पकड़ कर मुँह में घुसाने लगी वो ऐसे चाट चाट कर चूस रही थी मनो उसको बहुत एक्सप्रिएंस हो लण्ड चूसने का, मैं उसके मुँह में तब एक पेलता रहा जब तक की मेरा लण्ड एकदम बम्बमा गया मनो दिवार में भी छेद कर देगा अब मैं बिलम्ब नहीं करना चाहता था,




मैं बोला चलो अब घोड़ी बनो यही कहकर बुलाई हो उसका कहा श्योर अभी बनती हु बार थोड़ा आराम से कीजियेगा और वो डॉगी स्टाइल में बन गयी मैं तो देखते ही रह गया वो पतली थी पर उसका चूतड़ बड़ी लड़कीओं जैसा बड़ा था और एकदम साफ गोरा रंग चिकना चिकना मैं झट से उसके बुर में लंड घुसना चाहा पर नहीं घुसा दोबारा धका मरते ही थोड़ा सा अंदर चला गया और वो धीरे से आह कर दी। 

मैं धीरे धीरे अंदर बाहर कर रहा था वो मजे में चुदाने लगी मेरा लंड अब आधा तक चला जा रहा था मैं उससे बात चित भी कर रहा था मुसको बला की तुम मिनी के साथ चुदवा लोगी बोली की अगर मिनी तैयार हो जाये तो मुझे कोई टेन्शन नहीं हैं तभी मैं जोरदार धका मार दिया वो आँख बंद करके चिलायी आअह ओहोहोह मैं बोलै अब इसीसे ज्यादा दर्द नहीं होगा क्युकी पूरा घुस गया हैं वो तुरंत नार्मल हो गई मैं अपना लम्बा लंड पूरा पीछे खींच खींच कर उसके बुर में पेलने लगा वो सिसकारी भरने लगी और मैं चोदते जा रहा था बेतहासा फिर मैं जब थक गया तो बोला की अब तुम ऊपर आओ। 

मैं अब सीधा लेता हुआ था और वो मेरे ऊपर आकर खुद ही ऊपर निचे करके चुदवा रही थी उसका बुर बहुत टाइट था मेरा लण्ड दर्द करने लगा था पर मैं चुपचाप उसके बुर की चुदाई का आनंद लिये जा रहा था। 







कुछ देर कूद कूद कर लण्ड अपने बुर के अंदर लिए जा रही थी फिर मैं उसको उस तरफ घूमकर कर करने को बोला वो पलट गयी और हिलाने लगी मैं निचे से मारा ऊपर की तरफ हाचाक मानसी ऊपर की तरफ उच्छल कर चीख दी फिर वैसे ही मरवाने लगी मैं निचे से मार रहा था और वो ऊपर से मानसी इतनी चुदकड़ लड़की निकलेगी मैं सोचा भी नहीं था वो कभी सी सी करती थी तो कभी चुप हो जाती थी एक उसने आगे झुकी तो उसका मस्त गाँड़ का बिल दिखाई दिया मैं बोला मानसी थोड़ा गाँड़ भी दे दो मुझे बहुत मन कर रहा है गांड पेलने का। 

वो थोड़ी रुककर गयी फिर कुछ सोचकर बोली दर्द तो नहीं होगा ना ? मैं बोला नहीं यार मैं हूँ न, बोली ठीक हैं फिर आप मेरा गाँड़ थोड़ा मार लीजिये फिर मुझे लिटा कर चोदना मैं बोलै ठीक है , मैं उसके ऊपर आ गया और उसके गांड में लण्ड घुसाने लगा। 

मैं ज्यों उसके गाँड़ के छेद पर फिट करके ठेलता वो उँह उँह करने लगती और मैं रुक जाता था ऐसे ही देर हो गया फिर मैं थोड़ा बातों में भुलवाकर जोरदार धका मार दिया उसके गांड में आधा लण्ड जा फसा वो आह उँह उँह करने लगी और मेरा लण्ड निकाल दी, फिर बोली आप निचे आओ मैं ऊपर से आराम से कर लुंगी मैं बोलै ठीक है। और मानसी मेरे ऊपर आ गयी धीरे धिरे लण्ड  तो घुसा ली हल्का सा पर हिला नहीं प् रही थी अभी अचानक मैं निचे से ही ढाका मार दिया लण्ड दनदनाता हुआ उसके गाँड़ में सरक गया आधा से ज्यादा ही वो जोर से रो दी आह करके मैं उसको पकड़ लिया और फिर मारा निचे से वो चिलायी निकालो निकालो ओह उँह आह ही हींईईईई उनुउउउउ मैं पेलने लगा बिना कुछ सुने और उससे न सहा गया और वो खड़ी हो गयी और मेरे लण्ड तरफ देखने लगी मैं उठा और उसको लिटा दिया फिर उसके गाँड़ और बुर दोनों उस दिन मन भर चोदा। 

मानसी का बुर टाइट था और वो मस्ती से चुदवाती भी थी इसलिए मैं उसके बुर का दीवाना हो गया और जब भी मौका मिलता उसको जरूर चोदता इसी क्रम में उसकी भाभी भी जान गयी फिर ननद भाभी की चुदाई की कहानी आपको बताऊंगा। ....... 








Thursday, January 23, 2020

बगल वाली फ्लैट की कमशीन लड़की की चुदाई। चौदह साल की कुआंरी माल थी।


इतनी मस्त माल आखिर मेरे से ही कैसे चुदवा ली?

मेरी सच्ची घटना...

मैं जब भी अपने गैलरी में निकलता तब कभी कभी वो दिख जाती थी पर मैं कभी ध्यान नहीं देता था क्योंकि वो बहुत छोटी लड़की थी| उसकी उम्र शायद तेरह या चौदह साल की होगी, सब उसे मिनी मिनी कहकर बुलाते थे। उसका रंग लाल वाली गोरी और शरीर ऐसा था जैसे उन्नीस बीस साल की लड़की हो, चेहरा बॉलीवुड की हेरोइन नेहा शर्मा जैसी थी, देखमें में तो एकदम मस्त लगती थी पर मैं कभी नहीं सोचा था की उसको चोदने को मिलेगा। उसके पापा बैंक मैनेजर थे और उसकी मम्मी प्राइवेट स्कूल में टीचर थी। एक उसका पाँच छे साल का छोटा भाई भी था जिससे मैं कभी कभी बात किया करता था। 

मेरी उम्र सताइश साल की है मै एक MNC कंपनी में जॉब करता हूँ। एक दिन शनिवार को मैं बाहर जा रहा था तो अचानक उसके फ्लैट का दरवाजा खुला और वो नंगी ही अपने छोटे भाई को लेकर उस तरफ से इस तरफ जा रही थी अचानक मै देख लिया, उसका भी नजर मिला शायद वो नहाने जा रही होगी, मै जब सीढ़ी उतर रहा था तो दरवाजा बंद होने की आवाज आयी।  मै सोचने लगा कितनी मस्त है मिनी।  उस दिन जब कहीं दिख जाती थी मैं उसको जरूर धयान से देखता था, कुछ दिन बाद मुझे एहसास हुआ की वो भी मुझे गैलरी से देखती रहती है पर मैं जब उसके तरफ देखता था वो मुँह उधर कर लेती थी। मैं अपने खिड़की से देखता था चोरी चोरी उसके गैलरी के तरफ वो मुझे शायद ढूंढती भी थी इधर देख देख और मैं जब अपने गैलरी में निकलता था तब वो उधर देखने लगती थी।

एक मैरी क्रिश्मस का दिन था मैं ऑफिस से जल्दी गया था और मेरे पास तीन चार चॉकलेट बचा था, मैं सोच रहा था की उसको दे दूँ पर कैसे दूँ ? मै बार बार उसके गैलरी के तरफ जाता पर वो दिखती नहीं, तभी वो निचे से आती दिखी वो टीशर्ट-पैंट पहनी थी बाल खुले और बिखरे थे दोनों तरफ बिच में लाल लाल फेस  एकदम मस्त लड़की थी।  मैं झट से वो सारा चॉकलेट लेकर बाहार गया, वो सीढ़ी से जैसे ही ऊपर आयी और अपने फ्लैट में जाने के लिए मुड़ने लगी तभी मैंने उसको चॉकलेट देते हुए बोला। . ये लो मिनी मेरे पास काफी बचा था, वो मुस्कुराते हुए थैंक यू कह कर चली गई।

अब हम दोनों रोज रोज लाइन मरने लगे, वो जब हंसती थी और अपना होंठ टेढ़ा करके प्लाइंग किस करती थी वो मै उसको देखते रह जाता था और सोचने लग जाता था की उससे कैसे मिलें। एक दिन स्कूल जाते समय सबसे निचे वाले फ्लोर के सीढ़ी पर मिल गयी मै दूध लेकर रहा था।  वो देखते ही मुस्कराने लगी मैं उसको एक हाथ से चाँप कर उसका बाल संवारते हुए उसके होंठ पर किस कर लिया और पूछा मिलोगी नहीं? वो बोली कहाँ? और तेजी से निचे उतर गयी।

मैं उस दिन ऑफिस नहीं गया और उसके स्कुल से आने का इंतजार करने लगा। गैलरी से देख रहा था जब उसके आने का टाइम हो गया।  थोड़ी देर में वो एक लड़की के साथ आते दिखी वो उससे बड़ी थी शायद वो टेंथ कलास की लड़की हो, दोनों ने ऊपर देखकर मुस्कुराया मैं समझ गया ये उससे कुछ जरूर बताई होगी। वो लड़की मेरे बगल वाली बिल्डिंग में कभी कभी दिख जाती थी। मैं निचे जाने लगा वो धीरे धीरे ऊपर रही थी मैं जाते ही उसके किस करने लगा और उसका चूँची दबाने लगा, उसका चूँची बहुत बड़ी बड़ी और टाइट टाइट थी।  मैं उसका फ़ोन नंबर माँगा तो मना कर दी और मेरा मांगी मैंने उसके कॉपी में अपना नंबर लिख दिया।

दो दिन के बाद वो करीब तीन बजे कॉल की मैं ऑफिस से बहार निकला और बात करने लगा, बहुत कुछ बात किया फिर मिलने को बोला तो वो बोली कहाँ मिल सकती हु कोई जान गया तो।  मैं बोला मेरे रूम में जाओ कोई नहीं जानेगा वो बोली कोई आपके रूम में जाते देख लेगा तो आप ही आइये मेरे रूम में मैं जब स्कुल से आती हूँ तो दाई मा घर चली जाती हैं शाम तक के लिए और मेरा छोटा भाई सोया रहता है अक्सर मम्मी पापा साम में ही आते हैं, मैं बोला अच्छा देखता हूँ। पर वास्तव में मैं उसके घर जाने में डरता था मैं सोचता था वो ही घर पर आये।

अगले दिन उसके मम्मी पापा दो दिन के लिए देहरादून जा रहे थे वो बताई की मैं और मेरी फ्रेंड रात में रहेंगे बस आप जाना नाइट में ही मैंने बोला ठीक है।
रात को दस बजे कॉल की मैं अपने रूम से निकला तो वो दरवाजे पर खड़ी थी , मैं इधर उधर देखा और अपना कमरा बंद किया और चल दिया, जैसे ही उसके घर में प्रवेश किया वो अपने कमरे में ले गयी, उसकी फ्रेंड हॉल में टीवी देख रही थी।  खाना खा लिया आपने पूछते ही वो बेड पर बैठ कर मुस्काने लगी मैंने कहा हाँ , घबराइए मत बैठिये मानसी मम्मी के कमरे में सो जाएगी आपको यहीं रहना है भोर में चले जाइएगा।

मैं उसके बेड पर बैठते ही उसके गाल और होंठ चूमने लगा और बूब्स चूँची दबाने लगा थोड़ी दे बाद दोनों लेट गए मैं उसको खिसकाकर ऊपर ले गया तकिये के पास और उसका टीशर्ट खोल दिया वो होवाइट कलर की टेप पहनी थीमैं उसके नुचे से हाथ लगाकर चूँकि मिसने लगा, थोड़ी देर बाद उसका टेप उतार दिया और गोल गोल चूँची दबाते हुए मुँह में लेकर चूसने लगा थोड़ी देर बाद उसका पैंट उतार दिया वो ब्लैक कलर की पैंटी पहनी थी उसका जांघ चिकनी चिकनी गोरी गोरी मस्त थी, मैं तुरंत उठा और अपना कपडा उतार दिया बस चढी पहना था वो सामने लेती पैंटी पहने नंगी परी जैसी दिख रही थी मैं उसके ऊपर लेट कर दोनों चूँची बारी बारी से चूसने लगा और अपने जीभ से दोनों नेपल को सहलाने लगा, अब मेरा लंड कच्छा में इतना तन गया था की जैसे कच्छा फाड़ देगा।

मैं उसका पैंटी उतरना चाहा जैसे ही हाथ बढ़ाया वो खुद ही अपना कमर उठाकर खोल दि, मैंने जैसे ही उसका बुर (चूत) देखा मैं पागल सा हो गया मैं अनमैरिड था और तीन चार लड़कियों को चोद चूका था पर इसके जैसी लड़की नहीं देखा था अब तक। मैं पांच फिट सात इंच का हूँ और मेरा लंड लगभग साढ़े पांच इंच का होगा पर बचपन से ही थोड़ा ज्यादा मोटा था। उसके बुर (चूत) पर हल्का हलका काले रंग के बाल थे मैं बैठ कर सामने गया और उसका दोनों पैर फैला दिया तो दोनों जांघों के बिच में उसका गुलाबी बुर (चूत) हल्का गिला गिला सा दिख रहा था मैं ऊँगली से उसके बुर को सहलाया और दोनों हाथों से बा कर फैलाकर देखा उसका चुत पानी छोड़ चूका था एक बार उसके बीचोबीच ऊँगली से सहलाया और अपना दोनों पैर उसके दोनों जांघों के बिच में रखकर ऊपर से चढ़ गया, वो जोर जोर से साँस ले रही थी , मैं अपना लंड निकालने लगा तो वो तकिये पर सर रखी देख रही थी जब पूरा लंड निकल कर बाहर आया तो आँखे बंद कर ली, उसका छाती ऊपर निचे होने लगा मैं धीरे से

पूछा क्या हुआ मिनी वो कुछ नहीं बोली मैं अपना लंड अपने मुठी में लेकर उसके बुर (चूत) पर रगड़ने लगा और कभी कभी उसके अंदर घुसाने का भी पायस करने लगा मेरा लंड का आगे का भाग मेरे लंड के मोटाई से ज्यादा बड़ा हैं जल्दी घुसता नहीं हैं बुर बहुत गीली हो तब जाता है वो भी बहुत जोर से दबाने पर, अब मैं हलका लेट कर उसके बुर (चूत) के अंदर घुसाने जा रहा था अभी याद आया की गोल्डी को चोदा था तो उसके बेडसीट गन्दा हो गया था खून से हमलोग मुश्किल में पड़ गए थेवैसा इसके साथ हो, पता नहीं इसका सील टुटा है की नहीं।  मैं उससे पूछा निचे कुछ बिछाने के लिए नहीं है ये गन्दा हो जायेगा तो? दाई मा धो देगी बोलते हुए आँखे खोल ली , मुझे लगा ये नहीं जानती है शायद और मैं अपना बनियान उठाया बगल से और निचे लगा दिया वो कुछ नहीं बोली बस थोड़ी मुस्कुराते हुए अपना सर पिट ली।

मैं उसका दोनों पैर ऊपर उठा कर जांघों को फैला दिया मेरा लंड एकदम खड़ा होकर धीरे धीरे हिल रहा था मैं मुठी में पकड़ा और दो तीन बार निचे ऊपर सहलाया वोफिर आँखे बंद कर ली मैं उसके बुर (चूत) के बिल छेद के बीचोबीच रखकर दबाया अंदर की तरफ पर थोड़ा भी नहीं घुसा उसका पूरा बुर ढँक लिया था मैंने उसके मुँह के तरफ देखा वो आंखे बंद किये जोर जोर से साँस ले रहि थी, मैं तुरंत थोड़ा थूक हाथ में लिया और अपने लंड के सुपाड़े पर चारो तरफ गोल मुँह पर लगाया पहले से गिला था इसलिए हो गया नहीतो कभी कभी जब मैं मुठ मरते समय लगा हूँ तो दो तीन बार थूक लगाना पड़ता है तब गिला होता है क्युकी लंड के मोटा होने के साथ साथ इसका सुपाड़ा भी बहुत बड़ा है, मैंने दोबारा थोड़ा थूक लिया और उसके छुट में लगा दिया फिर उसके छेद को फैलाकर उसके बिच में लंड रखकर घुसाने लगा जोर अंदर की तरफ दबाया वो सीईई करके थोड़ा ऊपर खिसक गयी, मैं अपना घुटना थोड़ा आगे खिसकाकर फिर उसके बुर पर अंगुली फिराया और उसके पेट पर चुमते हुए सोचा की इस बार घुसा ही दूंगा।

मैं दोबारा थूक लगाया और छूत फैला कर फिर लंड लगाया और एक बार थोड़ा जोर से धका मारा वो फिर खिसक गई मेरा लंड उसके बुर को ठेलते हुए आगे चला गया मैं तुरंत ही फिर थोड़ा झटके से मारा उसका शिर पलंग में टिक गया था अब वो ऊपर नहीं खिसक सकती थी मेरा लंड एकदम लोहे के रॉड जैसा सख्त हो गया था मैं इस बार थोड़ा झटका देते हुए जोर से धका मारा पर थोड़ा जाने जाने को होकर रह गया वो उईईई सीईई करके काँपने लगी मै थोड़ी देर शांत हो गया और उसको चूमने चाटने लगा बाहर से टीवी की आवाज रही थी अचानक वो धीरे से बोली फैन चालू कर दीजिये आपके बगल में स्वीच है, मैं ऊपर की तरफ उठते हुए बैठा और हाथ बढाकर दिवार से लगी स्विच ऑन कर दिया और झट उसके पैरों को ऊपर किया और फैला कर अपना लंड उसके बुर (चूत) पर लगरते हुए खूब जोर से धका मारा वो अपना मुँह दबाकर उम्म्ह सीईई और मेरा लंड फिसल गया पर इस बार लगा की अब घुस जायेगा बुर तो काफी गीली थी पर मैं लंड उसके चुत पर लगाता था उसका पूरा बुर मेरे लंड के मुँह से ढक जाता था, वो कभी चुदाई नहीं थी और अभी कमशीन थी मैंने जल्दी से थोड़ा थूक लगाया और उसको एक हाथ गरदन में हाथ डालकर पकड़ा और दूसरे हाथ से अपने लंड को जोर से मुठी में पकड़ा ताकि छटक जाये और उसके चुत छेद के बिच में रखकर पूरा जोर से धका मारा इस बार जोर से चीला दी आँख खोलकर आह मम्मी उम्म हुम्म हुम्म और रोने लगी मैं जहाँ से मुठी में पकड़ा था वहां तक लंड अंदर चला गया था मैं उसका होठ मुँह में लेकर चूसने लगा वो दोनों हाथों से मुझे जकड़ ली थी और उम्म्म उम्म्म की आवाज रही थी मैं अपना घुटना थोड़ा आगे किया और अपना मुठी खोलकर उसका बाल सहलाते हुए अपना मुँह हटाकर उसका मुँह हाथ से दबा दिया और बिना आव ताव देखे दोबारा झटका मारा मेरा लण्ड लगभग पूरा अंदर घुस चूका था और मैं दबाये रखा ताकि बहार निकले क्युकी वो अब दोनों हाथों से मुझे धकेल कर हटाना चाह रही थी फुटकर रोने लगी दो तीन बार गुसाते हुए बोली निकालो निकालो ना आएंएन हम्म हम्म और निकालने का प्रयास करने लगी और छटपटाने लगी, मैं थोड़ा डर गया फिर सोचा की निकाल लूंगा तो शायद फिर अंदर जाने नहीं देगी इसलिए पकड़ के दबाये रखा और बोला अब हो गया मिनी बस अब नहीं दर्द होगा बस थोड़ा सा बर्दास्त करो और थोड़ा सा लंड बहार की तरफ खींच लिया वो छटपटाना बंद कर दी पर मुझे ठेले रखी थी मैं थोड़ी देर रुक गया और प्यार से उसको बालों और चेहरे को सहलाने के बाद चूँचियाँ दबाने लगा धीरे धीरे खूब मुँह लेकर पिया उसका ऊपर उठाया हुआ पैर फैलाये हुए ही निचे कर दिया वो अब धीरे धीरे सिसक सिसक कर रो रही थी और आश्चर्य से मुझे देख रही थी अचानक टीवी का आवाज बंद हो गयी हमदोनों बिकुल शांत हो गए फिर आवाज आयी मिनी मिनी, मिनी कुछ नहीं बोली चुप चाप मेरा मुँह ताक रही थी शायद उसकी फ्रेंड अब सोने जा रही होगी, कुछ देर बाद मैं धीरे धीरे लंड ऊपर निचे करने का कोशिश करने लगा वो सीई सीईई सीई चच वोह आह करने लगी मैं धीरे धीरे तेज करते जा रहा था कुछ देर बाद मैं पूरा अंदर बाहर करने लगा पर जोर जोर से झटका नहीं मार पा रहा था वो बार बार अपने हाथ से धकेलने लगती थी मैं उतना ही पर खूब रगड़ रगड़ चोद रहा था वो बस सी सी कर चुदवा रही थी कुछ देर बाद शांत हो गयी मैं पूरा लौड़ा ऊपर निचे कर चोद रहा था पर पूरा नहीं निकल रहा था कि शायद फिर घुसाने में रोने लगेगी, फिर उसने थोड़ा कमर उचकाई मैं सोचा वो झड़ने वाली हैं मैं जोर जोर से ढका मरने लगा तो फिर सी सी करने लगी मैं धीरे कर दिया और चोदता रहा वो थोड़ी ढीली गयी और लंड भी सरकने लगा आराम से मैं धीरे धीरे पूरा लंड घुसा घुसा कर छोड़ने लगा शायद वो झड़ गयी थी वो बोली अब निकालो यार मेरा पैर दर्द करने लगा मैं पहली बार उसके मुँह से यार सुना था बहुत अच्छा लगा वो बहुत प्यारी लग रही थी फिर मैंने कहा ठीक है थोड़ी देर बस और करूँगा थोड़ा रुको बस पर मानी ही नहीं बोली पैर अकड़ रहा है प्लीज मैं बोला ठीक है उल्टा लेट जाओ और मैं अपना लंड निकालने लगा तो वो बोली वो माई गॉड उसको बड़ा लंड सरसराते हुए बाहर आना महशुस हुआ होगा मैं जैसे ही बैठा मेरी नजर उसके बुर (चूत) पड़ी उसका बुर चारो तरफ से खून से सना था मैं झट निचे कपडा लगाए हुए ठीक किया हलका सा बेडसीट गन्दा हो गया था, मैं दर गया की वो अपने बुर को देखे नहीं तो मेरा लंड ऐसे ही तवां जायेगा और उसको उल्टा करवट करके बनियान ठीक किया और फिर अपने लंड पर थूक लगाया अपर इस बार सुख गया था इसलिए दोबारा लगाया और उसके बुर पर भी लगाया वो एकदम उल्टा लेट गयी थी उसका चूतड़ ऊपर की तरफ तना हुआ था जैसे मेरे से बोल रहा है की जोर जोर से धाका मत मरना मेरे ऊपर प्लीज मैं हल्का सा उसका सहलाते हुए उसका गाँड़ देखने का कोशिश किया इतना सूंदर मस्त गाँड़ छेद गुलाबी गुलाबी मन तो किया की इसका गाँड़ ही पेलूं पर सोचा फट जायेगा आज नहीं दूसरे दिन मरूंगा। हल्का सा चुतर ऊपर करके बुर में लौंडा घुसाने लगा तो थोड़ा सर्कि ऊपर की तरफ मैं बोलै थोड़ा सा बस बर्दास्त करो प्लीज और अपना लंड सहला के
घुसा दिया और चोदने लगा वो थोड़ा चूतड़ इधर तो कभी उधर हिलाती रही और मैं मजे से माल मार रहा था कुछ देर में मैं झड़ने लगा तो जोर से झटका मार दबाकर हिलने लगा वो फिर एक बार रो दी आह मम्मी ही ही ही हम्म और मैं झड़ गया और तुरंत लंड बाहर करके उसको चुप करा दिया डर था कहीं इसकी फ्रेंड जगी होगी तो सुन लेगी फिर उसका बुर (चूत) उसी कपड़े से साफ किया जो निचे बिछाया था अचानक उसके छेद के निचले भाग के फटे हुए हिस्से पर पड़ी उसका चुत फट गया था उसको कुछ नहीं मालूम था मैं अपना लंड साफ किया और कपडा फेक दिया बेड के निचे मैं मिनी की गाँड़ भी मारा एक दिन वो किसी और दिन बताऊंगा और उसकी फ्रेंड मानसी जो मिनी से बड़ी और तगड़ी माल दस कलास की लड़की की चुदाई और इसके साथ साथ इसके भाभी की चुदाई की कहानी भी  जरूर पढ़िए।