बिच वाली भाभी को चोदते देख बड़ी भाभी ने
कैसे जबरदस्त प्लान बनायीं ताकि मेरे मोटे लंड से उनके एक बिता की बुर चुद सके?
दोस्तों जैसे की आपने पढ़ ही चूका होगा
की मैं कैसे अपने बिच वाली भाभी को चोदता था, एक दिन उनके गाँड़ में बिना थूक लगाए ही
मैं जोर से मार दिया था और वो चीला दी थी आह मम्मी यही आवाज बड़ी भाभी सुन ली थी और
छत के सीढ़ी पे आकर देख चुकी थी।
बड़ी भाभी का नाम अंजलि है वो करीब पैंतीस
साल की मस्त बॉडी फिगर वाली टंच गोरी माल हैं, वो लम्बी और मोटी हैं उनकी चूतड़ की साइज
भी बहुत बड़ी हैं बिच वाली भाभी से दुगुना साइज होगी।
मैं अक्सर भरी दोपहरी धुप में उनके ही
कमरे में सोया करता था भैया काम से इधर उधर ही रहा करते थे उनका एक बच्चा था था पांच
साल का वो भी कभी कभी बिच वाली भाभी उनके कमरे
म था, एक दिन मैं उनके कमरे में गया सोने के लिए क्युकी उनकी कमरे का कूलर आवाज नहीं
करता था मैं बड़े आराम से सोता था, उस जैसे ही मैं अंदर गया देखा भाभी नाइटी पहन कर
सोयी थी, वो करवट सोई थी और उनके चूतड़ तक नाइटी ऊपर चला गया था उनका, मैं सन्न रह गया,
इनका तो गाँड़ बड़े बड़े चूतड़ों के बिच में कूलर का हवा खा रहा हैं इससे पहले मैं कभी
बड़ी भाभी को छोड़ने का नहीं सोचा था पर उस दिन मेरा मन कुछ कुछ हुआ की मैं इनके बड़े
चूतड़ वाली गाँड़ का भी स्वाद लूँ।
मैं थोड़ी देर उनका गोरा गोरा चूतड़ और जांघ
का पिछले हिस्सा निहारता रहा फिर बगल में जाकर लेट गया, पांच मिनट बिता होगा भाभी ने
सीधा होते हुए अपना एक टांग मेरे ऊपर फेक दी, मैं अपना सर धिरे से उठाकर देखा उनका
दोनों जांघ साफ दिखा बिच वाली भाभी से इनका जांघ थोड़ा मोटा था हल्का हल्का इनके बुर
के बाल भी दिख रहे थे पर ये क्या? मैं जैसे ही उनके चहरे के तरफ नजर घुमाया वो आधी
आंख बंद किये मुस्कुरा रही थीं, मैं झट से उनका पैर अपने ऊपर से हटा दिया और लेट गया।
भाभी मेरे तरफ घूमते हुए बोली क्यों रेखा
जैसी मस्त नहीं हूँ? मेरी तो फट गयी मैं सोचा ये कैसे जानती हैं, फिर मैं भाभी बोलकर
चुप हो गया, मैं जैसे ही कुछ बोलता या वहां से उठाकर जाता वो बोल पड़ी मैं सब जानती
हूँ , बोल प् रहा था, वो मेरा हाफ पैंट हटाकर
मेरा लंड देखि और हँसने लगी वोह इसलिए रेखा आह
आह करती है आपका तो लंड आपके भइया से भी बड़ा है और मोटा तो उनसे दुगुना ही होगा
मैं चुप चाप शरमाते सुन रहा था डर भी लग रहा था की पता नहीं क्या होने वाला हैं तभी
वो बोली की रुकिए इसको बड़ा करके देखती हु जरा
और हाथ से धीरे धीरे मसलने लगी।
मेरा लण्ड कुछ देर में तन कर फुफकारने
लगा उस दिन लगा की रोज ही ज्यादा बड़ा हो गया था और टाइट भी, भाभी मुस्कुरा रही थीं
और बोल रही थी सच में मुझे तो पा भी नहीं था की इतना बड़ा लंड आपका है और आप चोदने में
भी माहिर हैं ये तो आपने भइया डेढ़ गुना बड़ा लण्ड है, आप घबराये मत मैं भी आपकी भाभी
हु एक बार मुझे भी अपने मोटे लण्ड का मजा खिलाईये यदि आप मेरे से चीख निकलवा देंगे
तो मैं आपको बहुत बड़ी इनाम दूंगी जो अपने कभी सोचा भी नहीं होगा और जब चाहेंगे तब मैं
अपने सामान का मजा भी देती रहूंगी , मैं कुछ नहीं बोल रहा पर मन ही मन सोच रहा था की
कास इनको भी चोदने को मिलता तो बड़ा मजा आता।
भाभी बोली भइया बोल दूँ क्या ये सब और
हँसने लगी भाभी थोड़ा गुसैल थी मैं सोचा कहीं ऐसा हो न जाये मेरे मुँह से निकल गया गया
ठीक है करवा लीजिये, वो बोली ओके ओके मैं मजाक कर रही थी मैं किसी से नहीं बोलूंगी डियर हाहाहाहा करके हंसने लगी और सीधी लेट अपना
पूरा नाइटी ऊपर कर इसारा करी अपने चूँची पर, उनका चूँची अभी मस्त था और निपल बड़े बड़े
गुलबी काले टाइप के थे, मैं उनका चूँची दबाने लगा वो अपना हाथ ऊपर कक्रके मेरा सर पकड़
लिया और निचे करते हुए अपने चूचियों पर सटा दिया मैं उनका चुची पिने लगा बिच वाली भाभी
से बड़ा होने कारन मुझे ज्यादा मजा आ रहा था मैं खुद दबा दबा कर उनका दोनों चुची चूसा
वो मेरा टीशर्ट निकलने लगी तो मैं खुद ही सबकुछ निकल दिया |
फिर भाभी ने खुद ही उठकर सोफे पर चली गई
और मुझे वही आने का इशारा करके मुस्कुरा दी, मैं वह से उठा और पलंग से निचे उतरा मेरी
नजर जैसे ही सोफे पर पड़ी मैं दंग रह गया, भाभी सोफे पर डॉगी स्टाइल में घोड़ी बनी पड़ी
थी उनका दोनों चूतड़ के बिच में उनका बुर एकदम साफ दिख रहा था, मैं उनका मस्त गाँड़ और
बुर देखकर पागल हो गया और अपना लंड हाथ से सहलाते हुए उनके बुर के छेद पर लेजाकर फिट
कर दिया, मैं जैसे ही धके लकाना शुरू करता उससे पहले भाभी ही पीछे की तरफ अपना चूतड़
धकेली मेरा लण्ड आधा घुस गया वो धीरे धीरे हिलाने लगी उनका चूतड़ कभी आगे कभी पीछे होने
लगा मैं चुप चाप अपना बॉडी टाइट किये एक पैर सोफे पर और एक पैर निचे ही रखे देख रहा
था, कुछ ऐसे ही चुदवाने के बाद भाभी बोली अब आप धका मार मार चोदिये।
मैं उनका दोनों चूतड़ पकड़ कर चोदने लगा
लगातार आगे पीछे लण्ड उनके बुर में अंदर बहार हो रहा था वो मस्ती में चुद्वाए जा रही
थी मेरे साथ साथ भाभी भी अपना चूतड़ आगे पीछे कर रही थी मुझे बहुत मजा आने लगा था रेखा
भाभी ऐसे करके नहीं चुदवाती थीं तभी मेरे मन में आया शर्माने से काम नहीं चलेगा मैं
भी कुलके चोदू और अंजली भाभी का मजा लूँ,
मैं उनको कसकर पकड़ लिया और खूब जोर लगाके
धका मार दिया भाभी आह करके आगे सोफे पर गिर गई मेरा लण्ड निकल गया वो सी सी करके साँस
लेने लगी, फिर उसी पोजीसन में आ गयी मैं दोबारा तेज झटके से उनके बुर में लण्ड घूसेड़
दिया वो फिर आगे बढ़ गयी पर इस बार लण्ड बाहर नहीं निकला और मैं तुरंत ही जोरदार धका
मारा उनके मुँह से आह निकल गया और वो बैठ गयी थोड़ी देर बाद मेरे लण्ड के तरफ देखि और
सर पकड़ ली, मेरा लण्ड एकदम बमबमाये हुए मस्त खड़ा था, वो बोली ये पहले से भी बड़ा हो
गया और लण्ड को पकड़ ली काश इतना तगड़ा लण्ड गोलू के पापा का भी होता हे भगवान कितना
मोटा हो गया है अब मैं भी हमेशा चुदवाउंगी इसीलिए न रेखा चुदवाती हैं कितना ामजा आता
होगा उसको, फिर वो उसी पोजीसन में चुदवायी और फिर मुझे सोफे पर बैठा दिया और खुद ही
ऊपर से आकर अपना बुर में मेला लण्ड घुसकर अपना चूतड़ ऊपर निचे करने लगी मैंने अपने लाइफ
में ऐसे नहीं माल मारा था ये मेरे साथ पहली
बार हो रहा था मुझे बहुत मजा आ रहा था,
उसके बाद भाभी खुद ही सोफे पर लेट गयी
और मुझे ऊपर से चोदने को बोली मैं उनका फैला हुआ पैर के बिच में हलकी सी फैली हुयी
बुर देखकर पागल हो गया तुरंत ही उनके बुर के मुँह पर लण्ड लगाके हच से धका मर दिया
मेरा लंड घप से उनके बुर में समा गया वो धीरे से कराह दी उह सियाहाआअह धीरे धीरे चोदिये
पर मैं अब कुछ नहीं सुन रहा था और घपाघप चोदने लगा सट सट आह उँह हियई सीईई च च च की
आवाज होने लगी अब वो कुछ नहीं बोल रही थी और मैं घच घच मार रहा था उनके बुर में थोड़ी
देर बाद उनका गिफ्ट वाली बाद याद आया और मैं मुस्कुरा दिया वो मुझे आश्चर्य से देख
रही थी वो भी मुस्कुरानी चाही पर आह कर दी मैं रुक गया वो तेज तेज साँस लेने लगी फिर
बोली क्यों हंस रहे हैं मैं बोला मैं जित गया आपका चीख निकल दिया है। भाभी बोली हाँ
ये तो हैं मैं जरूर आपको मजे दिलवाऊंगी फिर पता नहीं क्या छोचने लगी तभी झट बोली गाँड़
मारने आता है मैं मुस्कुराया और ना बोल दिया, फिर वो बोली तो अब गाँड़ में घुसाइये मैं
सुनते ही झट से उसी पोज में उनके गाँड़ के मुँह पर रखकर पूरा लण्ड घुसेड़ दिया भाभी बस
आह करके रो दी मैं रुक गया फिर वो कुछ नहीं बोली तो मैं पेलना शुरू कर दिया अंजलि भाभी
का गाँड़ रेखा भाभी
के गाँड़ से होंडा टीला था अब आराम से पूरा लंड उनके गांड में घुसकर
उनको मजा दे रहा था और मैं भी पकस पकस उनके गाँड़ में पेल रहा था फिर मैं झड़ गया और
भाभी बिना झड़ी ही रह गयी पर बोली कोई बात नहीं मेरा बुर बहुत दुख रही है दूसरे दिन
अब।
इसी तरह सात आठ बार खूब चोदा कोई न कोई
भाभी का बुर डेली मिल जाता था और एक दिन सच में वो बारी आ गयी इनाम की जो मैं कभी नहीं ऐसा
आनंद लिया था ये आगे बताऊंगा। ...
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